CORONOA VIRUS को रोकने के लिया सरकार द्वारा २१ दिन के LOCKDOWN घोषित करने के दौरान ।।।
बहुत हो चुका सैर सपाटा, धंधा पानी खाने का
कुछ दिन घर पर रुको चाहते जीना अगर ज़रूरी है।।
मिल लोगे फिर यारों से भी ,पार्टी भी सब कर लोगे
सबके संग घर में बतियाओ, पाटो बनी जो दूरी है।।
पता चला अब अम्मा बाबा कैसे चलते फिरकी से
हाथ बँटाओ गले लगाओ उसमें क्या मजबूरी है।।
हवा को दे दो मुहलत कुछ दिन अपनी साँसें लेने को
चार दिनो को बस कारों का चलना महज़ फ़ितूरी है।।
कालिदास थे बने जो काटा , अपने ही शाखाओं को
अब तो सोच सोच के करना उतना ही जो ज़रूरी है।।
मोहन चंद्र परगाई
लीलानगर हैदराबाद
२५ मार्च २०२०।